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भारत-पाकिस्तान के बीच पूर्ण और तत्काल युद्धविराम, अमेरिकी मध्यस्थता से हुई सहमति!

सेनाओं को निर्देश: थल, जल और वायु में सभी सैन्य गतिविधियाँ रोकें, कमोडोर रवि नायर ने की पुष्टि, इसी के साथ तनाव के बीच बातचीत का रास्ता खुला और आगे की बातचीत न्यूट्रल साइट पर होगी!

नई दिल्ली। 10 मई 2025: भारत और पाकिस्तान के बीच लगातार बढ़ते सैन्य तनाव के बीच अमेरिकी मध्यस्थता से दोनों देशों ने “पूर्ण और तत्काल युद्धविराम” पर सहमति जताई है। भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि “5 बजे (भारतीय समयानुसार) से थल, जल और वायु में सभी सैन्य कार्रवाइयाँ रोक दी गई हैं”। नौसेना के कमोडोर रवि नायर ने बताया कि सेनाओं को इस समझौते का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं।

युद्धविराम की मुख्य बातें:

  • अमेरिकी भूमिका: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्विटर पर घोषणा की कि 48 घंटे तक चली वार्ता के बाद दोनों देश शांति के रास्ते पर आए हैं। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो और उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के साथ वार्ता की।
  • वार्ता का अगला चरण: दोनों देश एक “न्यूट्रल साइट” पर व्यापक मुद्दों पर बातचीत शुरू करेंगे। इसमें कश्मीर विवाद, सीमा पार आतंकवाद और जल संधि जैसे विषय शामिल होंगे।
  • नागरिक प्रभाव: पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर में 12 घंटे के भीतर 13 नागरिकों की मौत हुई, जबकि भारत में भी सीमावर्ती इलाकों में हुई गोलाबारी में 15 लोगों के शहीद होने की पुष्टि हुई।

तनाव का की शुरुआत कब और कैसे 

आतंकी हमले और प्रतिक्रिया: 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले (28 मौतें) के बाद भारत ने पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर में “ऑपरेशन सिंदूर” चलाया, जिसमें आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया।

जल संधि पर प्रतिबंध: भारत ने सिंधु जल समझौता निलंबित कर दिया और रावी नदी का पानी पूरी तरह रोक दिया, जिससे पाकिस्तान की 80% कृषि भूमि प्रभावित हुई।

हवाई हमले और प्रतिबंध: दोनों देशों ने एक-दूसरे के एयरबेस पर हमले किए। भारत ने 32 हवाई अड्डों पर नागरिक उड़ानें 15 मई तक रोक दीं।

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया:

आईएमएफ का रुख: भारत ने पाकिस्तान को दिए जा रहे आईएमएफ के 1 अरब डॉलर के कर्ज का विरोध किया, जिसे आतंकवाद में इस्तेमाल होने की आशंका जताई गई।

अमेरिकी दबाव: अमेरिका ने दोनों देशों से तनाव कम करने और सीधे संवाद बहाल करने का आग्रह किया।

सैन्य सतर्कता: भारतीय सेना ने पंजाब, राजस्थान और जम्मू-कश्मीर में हाई अलर्ट जारी रखा है। एस-400 डिफेंस सिस्टम समेत वायु रक्षा प्रणालियाँ सक्रिय हैं।

नागरिक सुरक्षा: गृह मंत्रालय ने सीमावर्ती राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक कर स्थिति की निगरानी की।

यह युद्धविराम दोनों देशों के बीच बढ़ते संकट को थामने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, लेकिन स्थायी शांति के लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति और आपसी विश्वास की आवश्यकता होगी। विशेषज्ञों का मानना है कि जल संधि और आतंकवाद जैसे मुद्दों पर वार्ता ही दीर्घकालिक समाधान की कुंजी है।

 

 

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